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Wednesday, September 11, 2019

September 11, 2019

सर झुकाओगे तो - Sar Jhukaoge To (Jagjit Singh, Visions (Vol.2))

Movie/Album: विज़न्स (वॉल्यूम 2) (2003)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: बशीर बद्र
Performed By: जगजीत सिंह

सर झुकाओगे तो पत्थर देवता हो जाएगा
इतना मत चाहो उसे, वो बेवफ़ा हो जाएगा

हम भी दरिया हैं, हमें अपना हुनर मालूम है
जिस तरफ भी चल पड़ेंगे, रास्ता हो जाएगा
सर झुकाओगे तो...

मैं ख़ुदा का नाम ले कर पी रहा हूँ दोस्तों
ज़हर भी इसमें अगर होगा, दवा हो जाएगा
सर झुकाओगे तो...

रूठ जाना तो मुहब्बत की अलामत है मगर
क्या ख़बर थी मुझसे वो, इतना ख़फ़ा हो जाएगा
सर झुकाओगे तो...

Saturday, August 24, 2019

August 24, 2019

सामने है जो उसे - Saamne Hai Jo Use (Jagjit Singh, Beyond Time)

Movie/Album: बियॉण्ड टाइम (1987)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: सुदर्शन फ़ाकिर
Performed By: जगजीत सिंह

सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं
जिसको देखा ही नहीं उसको ख़ुदा कहते हैं
जिसको देखा ही नहीं...

ज़िन्दगी को भी सिला कहते हैं कहने वाले
जीने वाले तो गुनाहों की सज़ा कहते हैं
जिसको देखा ही नहीं...

फ़ासले उम्र के कुछ और बढ़ा देती है
जाने क्यूँ लोग उसे फिर भी दवा कहते हैं
जिसको देखा ही नहीं...

चंद मासूम से पत्तों का लहू है 'फ़ाकिर'
जिसको महबूब के हाथों की हिना कहते हैं
जिसको देखा ही नहीं...

Wednesday, August 7, 2019

August 07, 2019

लोग हर मोड़ पे - Log Har Mod Pe (Jagjit Singh, Beyond Time)

Movie/Album: बियॉण्ड टाइम (1987)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: राहत इंदौरी
Performed By: जगजीत सिंह

लोग हर मोड़ पे रुक-रुक के सँभलते क्यूँ हैं
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं
लोग हर मोड़ पे...

मैं न जुगनू हूँ, दीया हूँ न कोई तारा हूँ
रोशनी वाले मेरे नाम से जलते क्यूँ हैं
लोग हर मोड़ पे...

नींद से मेरा त'आल्लुक़ ही नहीं बरसों से
ख़्वाब आ-आ के मेरी छत पे टहलते क्यूँ हैं
लोग हर मोड़ पे...

मोड़ होता है जवानी का, सँभलने के लिए
और सब लोग यहीं आ के फिसलते क्यूँ हैं
लोग हर मोड़ पे...

Friday, July 12, 2019

July 12, 2019

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है - Baazeecha-e-Atfaal Hai (Jagjit Singh, Mirza Ghalib)

Movie/Album: मिर्ज़ा ग़ालिब (टी वी सीरियल) (1988)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: मिर्ज़ा ग़ालिब
Performed By: जगजीत सिंह

बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है
दुनिया है मेरे आगे
होता है शब-ओ-रोज़
तमाशा मेरे आगे

होता है निहाँ गर्द में सहरा मेरे होते
घिसता है ज़बीं ख़ाक पे दरिया मेरे आगे

मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तेरे पीछे
तू देख कि क्या रंग तेरा मेरे आगे
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है...

ईमान मुझे रोके है जो खींचे है मुझे कुफ़्र
काबा मेरे पीछे है कलीसा मेरे आगे
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है...

गो हाथ को जुम्बिश नहीं आँखों में तो दम है
रहने दो अभी सागर-ओ-मीना मेरे आगे
बाज़ीचा-ए-अतफ़ाल है...
July 12, 2019

ज़िन्दगी यूँ हुई बसर - Zindagi Yun Hui Basar (Jagjit Singh, Marasim)

Movie/Album: मरासिम (2000)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: जगजीत सिंह

ज़िन्दगी यूँ हुई बसर तन्हा
ज़िन्दगी यूँ हुई बसर तन्हा
क़ाफिला साथ और सफ़र तन्हा
ज़िन्दगी यूँ हुई बसर...

अपने साये से चौंक जाते हैं
उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा

रात भर बोलते हैं सन्नाटे
रात काटे कोई किधर तन्हा

दिन गुज़रता नहीं है लोगों में
रात होती नहीं बसर तन्हा

हमने दरवाज़े तक तो देखा था
फिर न जाने गए किधर तन्हा
क़ाफिला साथ और...