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Sunday, September 8, 2019

September 08, 2019

कोई पत्थर से ना - Koi Patthar Se Na (Shreya, Sunidhi, Sonu, Aaja Nachle)

Movie/Album: आजा नचले (2007)
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: पीयूष मिश्रा
Performed By: श्रेया घोषाल, सुनिधि चौहान, सोनू निगम

लैला की साँस की डोर बंधा
वो दीवाना वो मजनू है
वो होश नहीं बेहोश बावरा
नहीं जानता वो क्यूँ है
बेहोश उसे रहने दो
कि होश में वो आयेगा
तो नींद में उसकी लैला का
वो ख़्वाब टूट जायेगा
वो ख़्वाब टूट जायेगा
वो ख़्वाब टूट जायेगा

कोई पत्थर से ना मारे
कोई पत्थर से ना मारे
मेरे दीवाने को, दीवाने को
कोई पत्थर से...
सो ही लेने दो
उसका दर्द यही है दवा यही है
सो ही लेने दो
उसका दीन यही है जहां यही है
सो ही लेने दो
कि वो जाग पड़ा तो डर जायेगा
फिर बिलख जायेगा की पहलू में लैला नहीं है
मौत भी घबरायेगी, हो
मौत भी घबरायेगी पास में आने को
कोई पत्थर से...

रखना संभाल के ये पत्थर
कल को वो दिन भी आयेगा
जब पत्थर होंगे ये मकान
इनकी भी होगी इक ज़ुबान
कि दास्तान-ए-लैला मजनू
शख्स-शख्स दोहरायेगा
पत्थर का ढेर ये आज
ये कल का राजमहल कहलायेगा
नहीं मिल पाएगा
नहीं मिल पाएगा फिर
वक़्त तुम्हें पछताने को
कोई पत्थर से...
September 08, 2019

इस पल मैं हूँ - Is Pal Main Hoon (Sonu Nigam, Shreya Ghoshal, Aaja Nachle)

Movie/Album: आजा नचले (2007)
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: पीयूष मिश्रा
Performed By: सोनू निगम, श्रेया घोषाल

इस पल मैं हूँ, या तुम भी हो
या दोनों हो के भी ना हैं
क्यूँ हो क्या हो
हो भी कि ना हो
या कहना सुनना मना है
इस पल मैं हूँ...

तुम्हें देख के याद आई
वही बिसरी कहानी
दीवाने का किस्सा
या फिर इक दीवानी
दोनों संग-संग रहते हर दम
ऐसा ये मैंने सुना है
इस पल मैं हूँ...

इश्क़ हुआ
तुम बता दो याद कोई
क्या पुरानी ले के आऊँ
या निशानी देती जाऊँ
या कहानी ले के जाऊँ
या कि मन को छोड़ दूँ जाये
ये जाता, जाता जहाँ है
इस पल मैं हूँ...
September 08, 2019

सोनिये मिल जा - Soniye Mil Ja (Sukhwinder, Madhuri, Sunidhi, Aaja Nachle)

Movie/Album: आजा नचले (2007)
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics By: पीयूष मिश्रा
Performed By: सुखविंदर सिंह, माधुरी दीक्षित, सुनिधि चौहान

पतंग संग उड़ गया बचपन
झनक झनक मन डगर सुहानी रे
लड़कपन आया अब तो कसक मसक
ये क्या मस्तानी रे
अरे क्या हाय जवानी की होती है
यही निशानी रे
के चितवन तिरछी तिरछी हुई जाए
हाँ आई जवानी रे

होय जवानी आई
साथ में लाई
पवन के संग संग
हर अंग चले हिचकोले ले के
गगन के रंग से
उड़े है तक़रीर
लगी अमराई
चली पुरवाई
मैं हूँ तेरा रोमियो
तू मेरी है वही जूलियट
अरे मैं राँझा तेरा
तू मेरी है हीर

सोणिये मिल जा मेले में, के इसका नाम जवानी
कि जो ना मैं हूँ तेरे संग, तो फिर किस काम जवानी
अरे वो नहीं जानते, आती है किस काम जवानी
तभी तो होती है हर बार, ये बदनाम जवानी
सोणिये मिल जा मेले में, के इसका नाम जवानी

अरे कि आजा मेरी जान
कि ना मैं मुसलमान ना हिंदू जैसी कोई बात हूँ
अरे मैं प्रेम खज़ाने का हूँ पहरेदार
अरे ओ ख़बरदार आशिक की ज़ात हूँ

हे बनारस के इक्के में
हो गंगा तीर चलेंगे
बर्फ़ की धूप सूँघने
अरे कश्मीर चलेंगे
अरे कैसे भी हों हालात
के तुझको घुमा लाऊँ बगदाद
ये मेरा वादा जानम
अरे ये चुनरी बीकानेर
कि सुरमा झुमका मेंहदी ढेर
ये मेरा वादा जानम
सोणिये मिल जा मेले में...

अरे खुर्जा की खुरचन
अरे मथुरा के पेड़े
रेवड़ी मेरठ वाली
चाट दरीबाँ की लाएगा
अरे मैं हुकुम करूँ
तो दूर अरब से पूरा बाग खजूर
लादके आँगन में भरपूर
तू मेरे लगवाएगा
अरे लगवाऊँगा, लगवाऊँगा, लगवाऊँगा

तो फिर तू मिल जा मेले में, के इसका नाम जवानी
नहीं ये छोटा मसला, बहुत बड़ा है कांड जवानी
अरे ये सरपट-सरपट, दौड़ी मेरी जान जवानी
अरे ये घर की मुर्गी नहीं, ये छुट्टा साँड जवानी
सोणिये मिल जा मेले में...

Saturday, September 7, 2019

September 07, 2019

आजा नचले (शीर्षक गीत) - Aaja Nachle (Sunidhi Chauhan, Title)

Movie/Album: आजा नचले (2007)
Music By: सलीम-सुलेमान
Lyrics Bu: पीयूष मिश्रा
Performed By: सुनिधि चौहान

मेरा झुमका उठा के लाया यार वे
जो गिरा था बरेली के बाज़ार में
मैं तो ठुमका लगा के शर्मा गई
बोली घूंघर बंधा दें के मैं आ गई
मुझको नचा के नच ले
आजा नच ले नच ले मेरे यार तू नच ले
झनक झनक झनकार
ओ नच ले नच ले मेरे यार तू नच ले
अब तो लुटा है बाज़ार
सब को भुला के नचले
आजा नच ले नच ले मेरे यार...

नच ले नच ले ज़रा नच ले नच ले छत पे बुला के नच ले
नच ले नचले ज़रा नच ले नच ले झट से उठा के नच ले
नच ले नच ले ज़रा नच ले नच ले छत पे बुला के नच ले
नच ले नचले ज़रा नच ले नच ले झट से उठा के नच ले

मैंने गलती करी थी, मेरी नथनी पड़ी थी
मैंने गलती करी थी, मेरी नथनी पड़ी थी
के सोने में उसको रंगा गई
मैं रंगा के अटरिया पे आ गई
ओ मोहल्ले में कैसी मारामार है
मेरे दर पे दीवानों की बहार है
सब को नचा के नचले
आजा नच ले नच ले मेरे यार...

मैं तो कमसिन कली थी ज़रा तन के चली थी, हाय
ओ, मैं तो कमसिन कली थी ज़रा तन के चली थी
आगे जा के गली पे बल खा गई
मुई जाने जवानी कब आ गई
मेरे सदके ज़माने की कमाई रे
मुझे देता उधारी हलवाई रे
सब को नचा के नच ले
आजा नच ले नच ले मेरे यार...